13-सेवा है यज्ञकुन्ड समिधा सम हम जलें सेवा है यज्ञकुन्ड समिधा सम हम जलें ध्येय महासागर में सरित रूप…
12-नदिया न पिये कभी अपना जल नदिया न पिये कभी अपना जल, वृक्ष न खाए कभी अपना फल ×२ अपने…
11-राष्ट्र की जय चेतना का गान वंदे मातरम् राष्ट्र की जय चेतना का गान वंदे मातरम् राष्ट्रभक्ति प्रेरणा का गान…
10-वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् भारत वन्दे मातरम् जय भारत वन्दे मातरम् रुक…
9-जाग उठा है आज देश का वह सोया अभिमान जाग उठा है आज देश का वह सोया अभिमान। प्राची की…
8-बनें हम धर्मके योगी, धरेंगे ध्यान संस्कृति का बनें हम धर्मके योगी, धरेंगे ध्यान संस्कृति का उठाकर धर्मका झंडा, करेंगे…
7-जीना है तो गरजे जग में हिन्दु हम सब एक जीना है तो गरजे जग में हिन्दु हम सब एक…
6-हे जन्म भूमि भारत हे कर्म भूमि भारत हे जन्म भूमि भारत, हे कर्म भूमि भारत हे वंदनीय भारत, अभिनंदनीय…
5-मुक्त हो गगन सदा स्वर्ग सी बने मही। मुक्त हो गगन सदा स्वर्ग सी बने मही। संघ साधना यही राष्ट्र…
4-हम करें राष्ट आराधना हम करें राष्ट आराधना तन से मन से धन से तन मन धन जीवनसे हम करें…